पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, सूरत लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल का निर्विरोध जीतना सात चरण के लोकसभा चुनावों में पार्टी की पहली जीत है। उनसे पहले अरुणाचल प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी के 10 उम्मीदवार निर्विरोध जीत चुके हैं। 1957 में आम चुनाव में अधिकतम सात उम्मीदवार निर्विरोध जीते, उसके बाद 1951 और 1967 के चुनावों में पांच-पांच उम्मीदवार निर्विरोध जीते।
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जबकि 1962 में तीन और 1977 में दो उम्मीदवार निर्विरोध जीते, 1971, 1980 और 1989 में इसी तरह से एक-एक उम्मीदवार ने चुनाव जीता।
दलाल से पहले, समाजवादी पार्टी की डिंपल यादव ने 2012 में कन्नौज लोकसभा उपचुनाव निर्विरोध जीता था। डिंपल समेत कम से कम नौ ने ही उपचुनाव में निर्विरोध जीत हासिल की है।
संसदीय चुनाव में निर्विरोध जीत हासिल करने वाले प्रमुख राजनेताओं में वाईबी चव्हाण, फारूक अब्दुल्ला, हरे कृष्ण महताब, टीटी कृष्णामाचारी, पीएम सईद और एससी जमीर शामिल हैं। बिना किसी मुकाबले के लोकसभा में प्रवेश करने वाले उम्मीदवारों में से अधिकतम कांग्रेस से हैं। सिक्किम और श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्रों में दो बार ऐसे निर्विरोध चुनाव हुए हैं।